इस मामले में एमपी सहित देशभर में कार्रवाई की जा रही है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी के पीए Jignesh Mevani PA सतीश वंसोला और आम आदमी पार्टी AAP के कार्यकर्ता आरबी बारिया को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को भी नोटिस भेजा है। इधर असम में भी अमित शाह के फर्जी वीडियो शेयर करने के मामले में कांग्रेस नेता रीतम सिंह को गिरफ्तार किया गया है। असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि रीतम सिंह कांग्रेस का वॉर रूम का संयोजक है।
यह भी पढ़ें— Lok Sabha Election 2024 : ‘बम धमाके’ की इनसाइड स्टोरी- पुराने मामलों का दबाव था लेकिन बगावत से डर रहे थे कांग्रेस प्रत्याशी PA वंसोला की गिरफ्तारी के बाद जिग्नेश मेवाणी ने कहा, चुनाव के समय विपक्षी प्रचार नहीं कर पाएं, इसलिए लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी गलत बात का समर्थन नहीं करते। मेवाणी ने बीजेपी की आईटी सेल पर फर्जी खबरें चलाने का आरोप लगाया।
केन्द्रीय मंत्री अमित शाह का आरक्षण खत्म करने वाला एडिट वीडियो Amit Shah Fake Video सोशल मीडिया पर डालने के मामले में अब एमपी के कांग्रेस नेता भी फंस गए हैं।दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने छतरपुर के युवक कांग्रेस के आईटी सेल के जिला संयोजक से सिविल लाइन थाने में इस मामले में पूछताछ की। सिविल लाइन थाने में युवक कांग्रेस के आईटी सेल संयोजक उमाशंकर लदेरिया नामक युवक से पूछताछ कर नोटिस देकर 6 मई को दिल्ली बुलाया है।
क्या है मामला
केंद्रीय मंत्री अमित शाह का एक वीडियो एडिट करके सोशल मीडिया पर वायरल और शेयर किया गया। इस फर्जी वीडियो में अमित शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर उन्हें आरक्षण समाप्त करने की वकालत करते दिखाया जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X सहित अन्य सोशल प्लेटफॉर्म से भी स्रोतों की जानकारी मांगी है।