बेंगलूरु. आईटी सिटी में गुरुवार को लम्बे समय के बाद बादलों के गरजने की मधुर ध्वनि सुनाई दी तो लोग झूम उठे। हवा का मिजाज बदला और एक सोंधी सी खुशबू हवा में तैरने लगी। लोग बारिश के आने की बधाई देने लगे और थोड़ी देर में ही बूंदाबांदी शुरू भी हो गई। हालांकि बरसात के दीदार के लिए तरसती आंखें तृप्त भी नहीं हो पाईं थीं और लोग गर्मी से राहत की सांस ले भी नहीं पाए थे कि बूंदाबांदी पर विराम लग गया।
बेंगलूरु. आईटी सिटी में गुरुवार को लम्बे समय के बाद बादलों के गरजने की मधुर ध्वनि सुनाई दी तो लोग झूम उठे। हवा का मिजाज बदला और एक सोंधी सी खुशबू हवा में तैरने लगी। लोग बारिश के आने की बधाई देने लगे और थोड़ी देर में ही बूंदाबांदी शुरू भी हो गई। हालांकि बरसात के दीदार के लिए तरसती आंखें तृप्त भी नहीं हो पाईं थीं और लोग गर्मी से राहत की सांस ले भी नहीं पाए थे कि बूंदाबांदी पर विराम लग गया।
बेंगलूरु. आईटी सिटी में गुरुवार को लम्बे समय के बाद बादलों के गरजने की मधुर ध्वनि सुनाई दी तो लोग झूम उठे। हवा का मिजाज बदला और एक सोंधी सी खुशबू हवा में तैरने लगी। लोग बारिश के आने की बधाई देने लगे और थोड़ी देर में ही बूंदाबांदी शुरू भी हो गई। हालांकि बरसात के दीदार के लिए तरसती आंखें तृप्त भी नहीं हो पाईं थीं और लोग गर्मी से राहत की सांस ले भी नहीं पाए थे कि बूंदाबांदी पर विराम लग गया।